आरक्षण की परिभाषा:
आरक्षण वह माध्यम हे
जो जाति, धर्म, क्षेत्र और
लिंग के आधार पर समाज में
भेदभाव से प्रभावित
वर्गो को अवसर प्रदान
करता है |
आरक्षण को सकारात्मक भेदभाव
क्यो कहा जाता है ?
आरक्षण को सकारात्मक भेदभाव के रूप में
भी जाना जाता है | यह भेदभाव है
क्योंकि यह समाज में समान अवसर के
खिलाफ है | यह सकारात्मक है क्योंकि
यह समाज में निचली समूहों की स्थिति में
सुधार लाने का प्रयास करता है |
आरक्षण के खिलाफ तर्क:
1.यह सभी के लिए समान अवसर प्रदान करने के
खिलाफ है |
2. यह सभी समूहो के लिये मददगार नही है ,
यह सिर्फ कुछ समूहों के लिये ही लाभदायक
है |
3. यह पिछले 60 वर्षों से चल रहे सामाजिक
भेदभाव को समाप्त करने में सक्षम नहीं है |
सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने के
लिए अन्य समाधान का सोचने की जरूरत है |
आरक्षण के पक्ष में तर्क
1. सामाजिक भेदभाव भारत में
अभी भी प्रचलित है | समाज में
समानता लाने के लिए आरक्षण की तरह
सकारात्मक नीति की जरूरत है |
2. आरक्षण ने भारत में विपत्तिजनक
स्थिति वाले समुदायों लाभान्वित
किया है | इसके द्वारा विपत्तिजनक
स्थिति वाले समूहों को आर्थिक सुरक्षा में
सुधार लाने में मदद मिली है | यह
विपत्तिजनक स्थिति वाले
समूहों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व
प्रदान करता है|
क्या समुन्नत वर्ग को आरक्षण से
हटा दिया जाना चाहिए
नहीं, समुन्नत वर्ग आर्थिक रूप से अच्छे हैं
लेकिन उनकी सामाजिक
स्थिति उनकी पृष्ठभूमि पर आधारित है जैसै
जाति और धर्म | उदाहरण के लिए, कुछ
गांवों में धनी दलितो को भी मंदिर में
प्रवेश करने की अनुमति नहीं है |
निजी क्षेत्र में आरक्षण
निजी क्षेत्र सबसे ज्यादा रोजगार प्रदान
करता है | विपत्तिजनक स्थिति वाले
समुदायों को निजी क्षैत्र मे
प्रतिनिधित्व बहुत कम है |
निष्कर्ष
1. आर्थिक रूप से अच्छी तरह से समुन्नत वर्ग
को छात्रवृत्ति, फीस में छूट की तरह
आर्थिक लाभ प्रदान
नहीं किया जाना चाहिए |
2. आरक्षण अंतिम समाधान नहीं है |
सभी जरूरतमंदों को मूलभूत सुविधाएँ ,
रोजगार और शिक्षा मिलना चाहिए यह
सामाजिक भेदभाव को दूर करने के लिए
बेहतर मौका है |
3. आरक्षण की समाज मे जब तक जरूरत है जब
तक समाज मे किसी वर्ग विशेष के
खिलाफ भेदभाव होता है |
Comments
Post a Comment
"Welcome to my blog, where I, Sandeep Giri, share my passion for the Tech World. Join me on an exciting journey as we explore the latest trends, innovations, and advancements in the world of technology."